Chief Justice B.R. Gavai Extends Positive Support to Demand for Kolhapur Bench: Lalit Gandhi

Chief Justice B.R. Gavai Extends Positive Support to Demand for Kolhapur Bench: Lalit Gandhi
Mumbai:
On behalf of the Maharashtra Chamber of Commerce, Industry and Agriculture (MACCIA) — a century-old organization representing over four million businesses and industries across the state — President Lalit Gandhi paid a courtesy visit to the Chief Justice of India, Hon’ble Justice Bhushan Ramkrishna Gavai, at the Government Law College in Mumbai.During the meeting, Lalit Gandhi formally submitted a representation requesting the establishment of a permanent High Court bench in Kolhapur.Responding to the request, Chief Justice Gavai clearly stated:“I have been in favor of the Kolhapur Bench for the past five years.”This unequivocal statement has significantly strengthened the hopes and expectations of the people of Kolhapur and the entire western Maharashtra region in their pursuit of accessible justice.On this occasion, Lalit Gandhi also extended a formal invitation to the Chief Justice to deliver the keynote address at the 52nd Seth Walchand Memorial Lecture, being held as part of MACCIA’s centenary celebrations. Justice Gavai was also felicitated with a special commemorative memento from the Chamber.The event was graced by Chief Justice of the Bombay High Court Alok Aradhe, Justice Manish Pitale, Advocate General of Maharashtra Virendra Saraf, Principal of Government Law College Dr. Asmita Vaidya, Harsh Saklecha, and other dignitaries.Reiterating its commitment, MACCIA once again declared its full support for the legitimate demand for a Kolhapur Bench, and urged all stakeholders to unite and strengthen the ongoing movement.
Photo Caption: Lalit Gandhi presenting the memorandum to Hon’ble Chief Justice Bhushan Gavai, requesting the establishment of the Kolhapur Bench.
कोल्हापुर खंडपीठ की मांग को मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई का सकारात्मक समर्थन: ललित गांधी
मुंबई:
महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर (MACCIA) — जो राज्य के चार मिलियन से अधिक उद्योगों और व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली शताब्दी संस्था है — की ओर से अध्यक्ष ललित गांधी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई से मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में सौजन्य भेंट की।इस अवसर पर ललित गांधी ने कोल्हापुर में स्थायी उच्च न्यायालय खंडपीठ की स्थापना के लिए एक औपचारिक निवेदन मुख्य न्यायाधीश को सौंपा।इस पर न्यायमूर्ति गवई ने स्पष्ट शब्दों में कहा:“मैं पिछले पाँच वर्षों से कोल्हापुर खंडपीठ के पक्ष में हूँ।”उनके इस स्पष्ट समर्थन से कोल्हापुर और पश्चिम महाराष्ट्र की जनता की न्याय संबंधित अपेक्षाओं को नया बल मिला है।इस भेंट के दौरान ललित गांधी ने मुख्य न्यायाधीश को महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित 52वें सेठ वालचंद स्मृति व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित भी किया। इस अवसर पर उन्हें शताब्दी समारोह का विशेष स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में मुंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आलोक आराध्ये, न्यायमूर्ति मनीष पितळे, महाराष्ट्र के महाधिवक्ता वीरेंद्र सराफ, लॉ कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अस्मिता वैद्य, हर्ष सकलेचा एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स ने एक बार फिर कोल्हापुर खंडपीठ की न्यायसंगत मांग के प्रति अपने समर्थन को दोहराया और सभी संबंधित पक्षों से इस आंदोलन को मजबूती देने का आह्वान किया।
छायाचित्र विवरण:मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री भूषण गवई को कोल्हापुर खंडपीठ हेतु निवेदन सौंपते हुए ललित गांधी।
कोल्हापूर खंडपीठाच्या मागणीला सरन्यायाधीश भूषण गवई यांचा सकारात्मक पाठिंबा: ललित गांधी
महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री आणि अॅग्रिकल्चर — राज्यातील चार दशलक्ष उद्योग आणि व्यापाऱ्यांचे प्रतिनिधित्व करणारी शतकोत्तर संस्था — यांच्या वतीने अध्यक्ष ललित गांधी यांनी भारताचे सर्वोच्च न्यायालयाचे सरन्यायाधीश न्या. भूषण रामकृष्ण गवई यांची गव्हर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई येथे सदिच्छा भेट घेतली.या भेटीदरम्यान, ललित गांधी यांनी कोल्हापूर खंडपीठाच्या स्थापनेसाठी औपचारिक मागणीपत्र सरन्यायाधीशांच्या हातात सुपूर्त केले.यावर न्या. गवई यांनी स्पष्टपणे सांगितले: "मी गेली पाच वर्षे कोल्हापूर खंडपीठाच्या बाजूने आहे."या स्पष्ट विधानाने कोल्हापूर व संपूर्ण पश्चिम महाराष्ट्रातील जनतेच्या न्यायाच्या अपेक्षांना अधिक बळ प्राप्त झाले आहे.या प्रसंगी ललित गांधी यांनी सरन्यायाधीशांना महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स च्या शताब्दी वर्षानिमित्त आयोजित ५२व्या शेठ वालचंद स्मृती व्याख्यानासाठी आमंत्रण दिले. त्यांना महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स च्या शतक महोत्सवाचे विशेष स्मृतिचिन्ह देऊन गौरविण्यात आले.या कार्यक्रमास मुंबई उच्च न्यायालयाचे मुख्य न्यायमूर्ती आलोक आराध्ये, न्यायमूर्ती मनीष पितळे, महाराष्ट्रचे महाधिवक्ता वीरेंद्र सराफ, लॉ कॉलेजच्या प्राचार्या डॉ. अस्मिता वैद्य, हर्ष सकलेचा आणि इतर मान्यवर उपस्थित होते.महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स ने कोल्हापूर खंडपीठाच्या न्याय्य मागणीसाठी असलेला आपला पाठिंबा पुन्हा एकदा स्पष्ट केला असून सर्व संबंधित घटकांनी एकत्र येऊन या चळवळीला बळ द्यावे, असे आवाहन करण्यात आले.
छायाचित्र वर्णन: सरन्यायाधीश श्री. भूषण गवई यांना कोल्हापूर खंडपीठासाठी निवेदन सुपूर्त करताना ललित गांधी.